महिलाओं ने मुख्यमंत्री को झींझक तहसील बनाए जाने की मांग को लेकर पोस्ट कार्ड भेजे
कस्बे को तहसील बनाए जाने की मांग काफी लंबे समय से की जा रही है तहसील बनाने के लिए यहां से प्रस्ताव भी भेजा गया लेकिन शासन स्तर पर इस पर कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है जिसके बाद सोमवार को समाजसेविका लता तिवारी के नेतृत्व में सैकड़ों महिलाओं ने मुख्यमंत्री को झींझक तहसील बनाए जाने की मांग को लेकर पोस्ट कार्ड भेजे है।
- समाजसेविका लता तिवारी के नेतृत्व में सैकड़ों महिलाओं ने किया प्रतिभाग
राहुल कुमा, झींझक। कस्बे को तहसील बनाए जाने की मांग काफी लंबे समय से की जा रही है तहसील बनाने के लिए यहां से प्रस्ताव भी भेजा गया लेकिन शासन स्तर पर इस पर कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है जिसके बाद सोमवार को समाजसेविका लता तिवारी के नेतृत्व में सैकड़ों महिलाओं ने मुख्यमंत्री को झींझक तहसील बनाए जाने की मांग को लेकर पोस्ट कार्ड भेजे है।
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महिलाओं की सबसे बड़ी सम्पत्ति उनका परिवार होता है। स्त्री का सुख उसके परिवार के सुख पर निर्भर करता है। भारतीय नारी दिन और रात बस यही कामना करती है कि उसकी संतान सुखी रहे, उसका सुहाग अमर रहे और इसी हर सुहागिन के लिए उसके पति, संतान और परिवार का सुख सबसे पहली प्राथमिक्ता होती है।सोमवार को कामतानाथ गेस्ट हाउस में पूर्व चेयरमैन झीझक संतोष तिवारी की पत्नी समाजसेविका लता तिवारी ने सुहागिनों की पूजा करके उन्हें भोजन पकवान आदि खिलाकर सुहागिले खिलाई।इसके बाद लता तिवारी के नेतृत्व में सैकड़ों महिलाओं ने झींझक को तहसील बनाए जाने की मांग मुख्यमंत्री के नाम पोस्टकार्ड लिखा।
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समाजसेविका लता तिवारी ने बताया कि डेरापुर तहसील करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर है ऐसे में आम जनमानस को वहां तक पहुंचने में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है गरीब तबके के लोग जैसे तैसे करके ही तहसील पहुंच पाते हैं उन्होंने मुख्यमंत्री को पोस्टकार्ड लिखकर झींझक को तहसील बनाए जाने की मांग की है इस दौरान समाजसेविका लता तिवारी, मीना,सरोज ,अनामिका, रामदर्शिनी,किरन,रन्नो,सर्वेश,राधा, अनीता, नीतू ,हेमलता, शशी,सरोजिनी, ऊषा,नीलम,सोनी,ममता, सीमा,ज्योति, सरिता,कान्ती,रश्मी, रेखा, सरला,विजयश्री, प्रीती आदिसहित महिलाएं मौजूद रही।