पहल: शारदीय नवरात्रि की महाअष्टमी के दिन परिषदीय स्कूलों में बच्चों को कराया जाएगा कन्या भोज
हिंदू धर्म में नवरात्रि का खास महत्व होता है। शारदीय नवरात्रि में पूरे नौ दिनों तक मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की उपासना का विधान है। वैसे तो नवरात्रि के पूरे नौ दिन खास होते हैं लेकिन अष्टमी और नवमी तिथि का विशेष महत्व होता है।
- सरकारी स्कूल में होगा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम का आयोजन
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत जनपद में शुरू की गई नई पहल
- प्रधानाध्यापक को हलवा एवं खीर पूड़ी का करना होगा वितरण
कानपुर देहात, अमन यात्रा : हिंदू धर्म में नवरात्रि का खास महत्व होता है। शारदीय नवरात्रि में पूरे नौ दिनों तक मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की उपासना का विधान है। वैसे तो नवरात्रि के पूरे नौ दिन खास होते हैं लेकिन अष्टमी और नवमी तिथि का विशेष महत्व होता है। नवरात्रि में अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्या पूजन करने की भी परंपरा है। इस परंपरा को और बेहतर करने के लिए जिलाधिकारी नेहा जैन एवं मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पांडे ने एक नई पहल की शुरुआत की है। उन्होंने शारदीय नवरात्रि की महाअष्टमी के दिन बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत सभी स्कूलों में कन्या भोज एवं कन्या पूजन का आयोजन करने के निर्देश बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय को दिए हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को इस बाबत पत्र जारी कर दिया है। पत्र में स्पष्ट किया गया है कि सभी परिषदीय विद्यालयों में कन्या भोज एवं कन्या पूजन का आयोजन अनिवार्य रूप से किया जाए तथा उक्त आयोजन में बच्चों को हलवा, खीर-पूड़ी वितरित की जाए, साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि विद्यालय स्तर पर बच्चों के माता-पिता एवं उनके अभिभावकों एवं ग्रामवासियों को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाए तथा उन्हें बालिकाओं की शिक्षा, सुरक्षा एवं महिला सशक्तिकरण के प्रति जागरूक एवं प्रेरित किया जाए। इन कार्यक्रमों के फोटोग्राफ एवं वीडियो भी विभागीय व्हाट्सएप ग्रुप पर प्रधानाध्यापकों को भेजने होंगे अगर इस कार्य में कोई भी शिथिलता बरती गई तो संबंधित प्रधानाध्यापक पर सख्त कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने बताया कि जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी द्वारा अपने जनपद में एक नई पहल की शुरुआत की गई है। बेटी बचाओ एवं बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत सभी स्कूलों में कन्या भोज एवं कन्या पूजन का आयोजन किया जायेगा। साथ ही बच्चों के अभिभावकों को बेटी बचाओ एवं बेटी पढ़ाओ के लिए जागरूक किया जायेगा।