प्रमोशन और स्थानांतरण के फरमानों ने शिक्षकों की बढ़ा दी टेंशन
फरवरी से चल रही प्राइमरी शिक्षकों के प्रमोशन की प्रक्रिया अब तबादलों के बाद ही हो सकेगी। इसकी वजह है कि प्रमोशन पहले कर दिए गए तो फिर वह स्थान खाली हो जाएगा।
अमन यात्रा, कानपुर देहात। फरवरी से चल रही प्राइमरी शिक्षकों के प्रमोशन की प्रक्रिया अब तबादलों के बाद ही हो सकेगी। इसकी वजह है कि प्रमोशन पहले कर दिए गए तो फिर वह स्थान खाली हो जाएगा।
दोनों प्रक्रिया एक साथ चलेंगी तो शिक्षक दोहरे तबादले को लेकर असमंजस में रहेंगे। शिक्षकों के प्रमोशन की प्रक्रिया फरवरी में शुरू हुई थी। उसके बाद से वरिष्ठता सूची तैयार करने में ही चार महीने बीत गए। पोर्टल पर वरिष्ठता सूची अपलोड करने के लिए 11 बार अंतिम तिथि बढ़ाई गई। यह सूची 19 मई को अपलोड की जा सकी।
इस बीच अंतर्जनपदीय और पारस्परिक तबादलों के आदेश जारी हो गए। ऐसे में शिक्षक असमंजस में हैं कि वे क्या करें ? जब प्रमोशन होगा तो भी स्कूल बदलेगा फिर वे तबादले के लिए आवेदन करे या न करें ? उधर 19 मई के बाद से अब तक प्रमोशन के संबंध में विभाग की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है।
इस बारे में महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद कहते हैं कि प्रमोशन बाद में ही करना उचित होगा। कोशिश यह है कि तबादले गर्मी की छुट्टियों में ही पूरे कर लिए जाएं।
बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय का कहना है कि इस संदर्भ में हम कुछ भी नहीं कह सकते जैसा आदेश मिलेगा उसका अनुपालन किया जाएगा हमारे स्तर से ना तो शिक्षकों के प्रमोशन होंगे और ना ही स्थानांतरण।