उत्तरप्रदेशकानपुर देहातफ्रेश न्यूज

विद्युत विभाग के कर्मचारी सरकार की विद्युत व्यवस्था की उड़ा रहे हैं धज्जियां

विद्युत विभाग के कर्मचारी सरकार की विद्युत व्यवस्था की गाइडलाइन की उड़ा रहे हैं धज्जियां। किसान ट्यूबवेल में 6दिनों से बिद्युत आपूर्ति न होने से है परेशान। नही सुनी असेवा फीडर के कर्मचारियों ने समस्या। किसान ट्यूबवेल की लाइन सही कराने के लिए काट रहा विद्युत विभाग कार्यालय के  चक्कर।लाइनमैन किसानों के नहीं उठाता फोन।

विमल गुप्ता देवीपुर। विद्युत विभाग के कर्मचारी सरकार की विद्युत व्यवस्था की गाइडलाइन की उड़ा रहे हैं धज्जियां। किसान ट्यूबवेल में 6दिनों से बिद्युत आपूर्ति न होने से है परेशान। नही सुनी असेवा फीडर के कर्मचारियों ने समस्या। किसान ट्यूबवेल की लाइन सही कराने के लिए काट रहा विद्युत विभाग कार्यालय के  चक्कर।लाइनमैन किसानों के नहीं उठाता फोन।असेवा फीडर के लाइनमैन की चल रही मनमानी। ट्यूबवेल के मालिक गोरे फौजी ने फोन पर बातचीत के दौरान बताया कि  अंतिम 6 दिनों से भजनपुर एवं मोहम्मदपुर के ट्यूबवेल की विद्युत आपूर्ति बाधित हैं न तो असेवा फीडर कोई बात सुन रहा है और न लाइन मैन वहां पहुंच रहा है 2 दिनों से मैं स्वयं कांटेक्ट कर रहा हूं परंतु कोई कार्य नहीं हो रहा है।असेवा फीडर पर अतिशीग्र कोई कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। जो लोग भी जिम्मेदार है।पिछले 6 दिनों से असेवा फीडर का स्टाफ कोई कार्य नहीं कर रहा है जबकि 2 दिनों से मैं स्वयं संपर्क कर रहा हूं उसके बावजूद फीडर का जवाब आ रहा है कि आप लाइन मैन से संपर्क करों और लाइन मैन फोन नहीं उठाता है ,अब आपसे निवेदन है कि असेवा फीडर पर उचित कार्यवाही सुनिश्चित की जाए जिससे जनता को हो रही असुविधा से निजात मिल सके। माननीय मंत्री जी को भी इसकी सूचना दे दी है कि लगातार विद्युत आपूर्ति बाधित रहती है ये लोग कार्य नहीं करते हैं।कानपुर देहात के इंचार्ज मुख्य अधिकारी बिजली आपूर्ति को भी सूचना दे दी गई है।असेवा फीडर के कर्मचारियों और विद्युत विभाग की मनमानी चल रही है ।गोरे फौजी ने आगे बताया कि असेवा फीडर जेई से कई बार लोहे के जर्जर तार को हटाने के लिए भी कहा गया। कोई सुनवाई नहीं की जेई ने। जब तक किसी आम जनता के साथ कोई हादसा नहीं होगा जेई नहीं सुनेगा। तबभी ये जिम्मेदारी नहीं लेगा। जनता की समस्याओं का निस्तारण न करना बहुत शर्मनाक है ।लाइनमैनों व कर्मचारियों का किसानों की समस्याओं को न सुनना अब खुद एक सयस्या बन गई है।ऐसे लाइनमैनों पर सख्ती से सकारात्मक कार्यवाही होनी चाहिए।

 

Print Friendly, PDF & Email
Pranshu Gupta
Author: Pranshu Gupta

Related Articles

AD
Back to top button