उपचुनाव : एक तरफ सपा परिवार, दूसरी तरफ पूरी सरकार
लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर यूपी में उपचुनाव हो रहा है. इनमें मैनपुरी की लोकसभा सीट पर हो रहा उपचुनाव काफी अहम है. जहां समाजवादी पार्टी के लिए यह प्रतिष्ठा वाली सीट है तो वहीं बीजेपी 24 के पहले इस सीट पर जीत हासिल कर जनता के बीच एक संदेश देने की कोशिश में जुटी है.
- मैनपुरी में लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए पांच दिसंबर को वोट डाले जाएंगे. यह सीट मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई है.
लखनऊ : लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एक बार फिर यूपी में उपचुनाव हो रहा है. इनमें मैनपुरी की लोकसभा सीट पर हो रहा उपचुनाव काफी अहम है. जहां समाजवादी पार्टी के लिए यह प्रतिष्ठा वाली सीट है तो वहीं बीजेपी 24 के पहले इस सीट पर जीत हासिल कर जनता के बीच एक संदेश देने की कोशिश में जुटी है. एक तरफ मैनपुरी सीट पर जहां पूरा समाजवादी परिवार प्रचार में जुटा है. वहीं बीजेपी ने सरकार के तमाम मंत्रियों की ड्यूटी मैनपुरी में लगाई है.
रामपुर और खतौली में विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है. जबकि मैनपुरी में लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए पांच दिसंबर को वोट डाले जाएंगे. यह सीट मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई है. इसलिए सपा की प्रतिष्ठा से जुड़ी सीट मानी जा रही है. सपा ने यहां डिंपल यादव को चुनाव मैदान में उतारा है तो समाजवादी कुनबा एक बार फिर साथ नजर आ रहा है. एक तरफ समाजवादी परिवार प्रचार में जुटा है. प्रचार की कमान खुद अखिलेश यादव ने संभाली है.
ये दिग्गज मैनपुरी में डालेंगे डेरा
प्रोफेसर रामगोपाल यादव, धर्मेंद्र यादव, तेज प्रताप यादव, अंशुल यादव और अब शिवपाल यादव के साथ आदित्य यादव समेत पूरा परिवार यहां जोरदार प्रचार में जुटा है. वहीं बीजेपी ने भी मैनपुरी चुनाव के लिए अपनी खास रणनीति तैयार की है. यह रणनीति कुछ ऐसी है कि परिवार को टक्कर देने के लिए पूरी सरकार जल्दी मैनपुरी में नजर आने वाली है. खुद मुख्यमंत्री इस सीट पर जाकर प्रचार करेंगे. दोनों उपमुख्यमंत्री भी यहां प्रचार में जुटेगे. जबकि प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सैनी 20 नवंबर के बाद मैनपुरी में ही डेरा डालेंगे.
उसमें मैनपुरी में केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल, बीएल वर्मा, योगी सरकार की मंत्री बेबी रानी मौर्या, योगेंद्र उपाध्याय जयवीर सिंह, असीम अरुण, राकेश सचान, सांसद रामशंकर कठेरिया सुब्रत पाठक और राजवीर सिंह को यहां मैदान में उतरा है. जबकि रामपुर में बीजेपी ने वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद के साथ-साथ रामपुर से ही आने वाले राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख को जिम्मेदारी सौंपी है.