राज्य अध्यापक पुरस्कार से शिक्षकों का मोह भंग
राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए आवेदन करने की समय सीमा समाप्त हो गई लेकिन जनपद के शिक्षकों ने इसमें रुचि नहीं दिखाई। जिले के परिषदीय विद्यालयों मेें भारी भरकम शिक्षकों की तैनाती है लेकिन राज्य पुरस्कार के लिए शिक्षक आवेदन करने में रुचि लेते नजर नहीं आए।
- जनपद से हुए मात्र 13 आवेदन
अमन यात्रा, कानपुर देहात। राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए आवेदन करने की समय सीमा समाप्त हो गई लेकिन जनपद के शिक्षकों ने इसमें रुचि नहीं दिखाई। जिले के परिषदीय विद्यालयों मेें भारी भरकम शिक्षकों की तैनाती है लेकिन राज्य पुरस्कार के लिए शिक्षक आवेदन करने में रुचि लेते नजर नहीं आए। जनपद में कार्यरत करीब 7000 शिक्षकों में से मात्र 13 शिक्षकों ने ही आवेदन किया तमाम कोशिशों के बाबजूद शिक्षकों ने अपने को इसके लिए काबिल नहीं समझा। यह हाल पूरे कानपुर मंडल का है। अगर पूरे प्रदेश में प्रयागराज और आजमगढ़ को छोड़ दें तो सभी जिलों की स्थिति कमोबेश एक जैसी ही है। राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए 31 मई तक आवेदन लिए गए थे इससे पहले कई बार बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने अपने स्तर से आवेदन करने के भरसक प्रयास किए पर शिक्षकों में इसे लेकर जागरूकता नहीं आई और न ही इसमें शिक्षकों ने रुचि दिखाई। अब जितने शिक्षकों ने राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए आवेदन किए हैं कमेटी द्वारा उनमें से तीन सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को चयनित कर राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए नाम भेजा जायेगा।
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