पेंशन आंदोलन में शहीद हुए साथी को याद कर अटेवा ने मनाया संकल्प दिवस
पुरानी पेंशन बहाली मंच अटेवा के पदाधिकारियों ने आठ वर्ष पूर्व 7 दिसंबर को प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पेंशन बहाली आंदोलन के दौरान हुए लाठीचार्ज में शहीद शिक्षक डॉ रामाशीष की पुण्य तिथि पर कलेक्ट्रेट परिसर स्थित इको पार्क में बने शहीद स्मारक पहुँच कर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर साथी शिक्षक को याद किया।

- इको पार्क स्थित शहीद स्मारक में कैंडल जलाकर डा रामाशीष को दी श्रद्धांजलि
कानपुर देहात। पुरानी पेंशन बहाली मंच अटेवा के पदाधिकारियों ने आठ वर्ष पूर्व 7 दिसंबर को प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पेंशन बहाली आंदोलन के दौरान हुए लाठीचार्ज में शहीद शिक्षक डॉ रामाशीष की पुण्य तिथि पर कलेक्ट्रेट परिसर स्थित इको पार्क में बने शहीद स्मारक पहुँच कर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर साथी शिक्षक को याद किया। प्रदेश अध्यक्ष विजय बंधु के निर्देश पर पूरे प्रदेश में श्रद्धांजलि सभा को पेंशन संकल्प दिवस के रूप में मनाया गया।
प्रदेश सोशल मीडिया प्रभारी कुलदीप सैनी ने कहा कि रामाशीष की शहादत पेंशन आंदोलनरत शिक्षकों एवं कर्मचारियों को सदैव पुरानी पेंशन बहाली हेतु प्रेरित करती रहेगी। जिला संयोजक प्रदीप कुमार यादव ने कहा कि कर्मचारी द्वारा अपना पूरा जीवन काल शासन की योजनाओं को धरातल तक पहुंचाने में खपा दिया जाता है 60 वर्ष के उपरांत उसे भी शायद किसी सरकारी योजना के सहारे ही अपना जीवन काटना पड़े क्योंकि न्यू पेंशन स्कीम उसके बुढ़ापे की गारंटी लेने को तैयार नहीं है।
मंडल अध्यक्ष डा पंकज संखवार ने सभी को पुरानी पेंशन की बहाली तक संघर्ष करने का संकल्प दिलाया। प्रदेशीय उपाध्यक्ष ज्योति शिखा मिश्रा ने कहा कि हम सभी आज अटेवा के हर आंदोलन में प्रतिभाग करने का संकल्प ले और पुरानी पेंशन बहाल करा डॉ रामाशीष को सच्ची श्रद्धांजलि दें। कार्यक्रम में मीडिया प्रभारी अनंत त्रिवेदी, बिहारी लाल, अखिलेश पाल, राजेश श्रीवास्तव, उपेंद्र कटियार, गौरव, आत्मप्रकाश, महाराज, ममता शाहू, मंजू सागर, मृदुला तिवारी, जय श्री अवस्थी, अखिलेश, नागेन्द्र, अक्षय, रमेंद्र सिंह, सुखदेव बाबू, आलोक, मानवेन्द्र, विकास, बृजेश, फरहान, जावेद, अशोक सिंह, महेन्द्र पाल, के एस भारती, पुष्पा, ज्योति नीलिशा, दिनेश, सीबू, अजय, अतुल, दिव्या, आराधना, देवेंद्र, अग्नीश, त्रिलोक, विनीत, संदीप, सत्यवीर, हितेन्द्र, अरविंद आदि ने कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि दी।
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