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कितने वर्षों के बाद श्री राम जी मिले। मुस्कुराहटों से हम सबके चेहरे खिले। ना दुख जताया था ना हर्ष।… Read More
चोर ले जाता है पैसे गुल्लक तोड़ के कानून सोता है अपनी रजाई ओढ़ के हाथ में लेके लाठी डण्डे… Read More
ज़िंदगी में उतार-चढ़ाव भी जरूरी हैं, सर्दी में धूप तो गर्मी में छांव भी जरूरी है। लहर में कसे हुए… Read More
थोड़ा- थोड़ा पैसा मिलता रहे मिर्च, मसाला घर का चलता रहे पूरी होती रहे हर जरुरत जिन्दगी लगती रहे खूबसूरत… Read More
शराब की लत चंदा इकट्ठा करके लाया गया कफन एक शराबी को ऐसे किया गया दफन। पी गया पूरे जीवन… Read More
फिर एक याद आई । भूली बिसरी वो प्रेम कहानी । नवजीवन की वह पहली सांस दिल में कई थी… Read More
दुर्गा जी की सप्त शक्ति कहलाती माँ कालरात्रि रौद्र रूप लिए धूम्र वर्णा रखती चार भुजाएं माता उत्पत्ति का… Read More
केहरी वाहन हो आरोहित शुभ्र वर्ण से हो सुशोभित चार भुजाओं से विभूषित करें कमलासन पर विश्राम दो हाथों में… Read More
श्वेत वस्त्र से अति शोभित तुम्हारा कन्या रूप निराला एक हाथ में लिए कमंडल माँ दूजे हाथ में तुम माला… Read More
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