कविता

जय श्री गणेश

जय श्री गणेश मात-पिता ही तीनों लोक तुम्हारे वाहन तुम्हारे, नन्हे मूषक प्यारे चतुर्भुज हो तुम हो बुद्धि के दाता…

2 years ago

कविता के माध्यम से एक बच्चे ने नेताओं की कार्य प्रणाली पर कसा तंज

आओ बच्चों तुम्हे दिखायें शैतानी शैतान की। नेताओं से बहुत दुखी है जनता हिन्दुस्तान की।। बड़े-बड़े नेता शामिल हैं घोटालों…

2 years ago

चंद्रयान चंद्र सतह पर

देखो क्या क्या करता है अब खोज लेगा ये जानकारी सब चालीस दिवस दीर्घयात्रा कर पहुँचा चंद्रयान चंद्र सतह पर…

2 years ago

” घिरी घटा घनघोर रे… “

धरती एकटक अम्बर ताके, जैसे हुई चकोर रे। फिर बरखा रुत आई रे भइया, घिरी घटा घनघोर रे।। चार मास…

2 years ago

सुबह-सवेरा

  ताज़ी महकी हुई, चली हवा दिनकर भी फिर निकल पड़ा किरणों संग चिड़ियां चहकी पुष्प हँसे और धरती महकी…

2 years ago

पवन सुहानी आयी रे..

  मनोरम मौसम लेकर इन्द्रधनुष पुष्पों के संग उत्सव मनाने आयी रे पवन सुहानी आयी रे बदरी की सुर कंपन…

2 years ago

फादर्स डे स्पेशल : जिंदगी के सफर में पिता महान होता है, जमीन पर रहकर भी वह आसमान होता है

जिंदगी के सफर में पिता महान होता है  l जमीन पर रहकर भी वह आसमान होता है l हर खुशी…

2 years ago

बालिका दिवस पर विशेष

मेरी बेटी फूल सी कोमल, सुंदर सुकोमल एक छोटी सी कलिका, मेरे आंगन में अवतरित हुई l कहां-कहां की आवाज…

3 years ago

‘बुढ़ापा’

मां जब जब भी दर्द से कराहती है अजीब सी बेचैनियां मुझे घेरती, नकारती हैं असहाय सी हो जाती हूं…

3 years ago

।। घर घर की पहचान हैं ये लड़कियां ।।

।। घर घर की पहचान हैं ये लड़कियां ।। आज़ाद पंक्षी सी होती हैं ये लड़कियां हर पंख से एक…

3 years ago

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