साहित्य जगत

पर्यावरण का बिगडता संतुलन और मानव जीवन

भारत ही नहीं सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड का वह भाग जहॉ जीवन की झलक है, आज पर्यावरणीय प्रदूषण से प्रभावित हुआ है।…

4 years ago

व्यायाम और उसका महत्व

           ज्यादातर लोगों का यही सोचना है कि हम जितना अच्छा आहार लेंगे, हमारा स्वास्थ्य उतना ही अच्छा होगा ।…

4 years ago

जल ही जीवन का आधार है

  पृथ्वी पर उपस्थित समस्त जीव जन्तुओं और वनस्पतियों के लिए जल अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है क्योंकि जल के बिना कोई…

4 years ago

क्यों भारत में जलती रहती,सदा सुहागिन नारी है।

         क्यों भारत में जलती रहती, सदा सुहागिन नारी है। जन मानस क्यों बेसुध रहता, यह कैसी लाचारी है।। पुत्र…

4 years ago

डिग्रियां टंगी दीवार सहारे,मेरिट का ऐतबार नहीं है।

एक बेरोजगार का दर्द डिग्रियां टंगी दीवार सहारे,मेरिट का ऐतबार नहीं है। सजी है अर्थी नौकरियों की,देश में अब रोजगार…

4 years ago

कैलेण्डर का उद्भव और विकास

                       पृथ्वी पर मानव जीवन के उद्भव के साथ उसके ज्ञान में शनै-शनै  प्रगति हुई। मानव सभ्यता के विकास…

4 years ago

आनलाईन शिक्षा वर्तमान से उपजता शिक्षण का नवल पथ : प्रमोद दीक्षित मलय 

मानव जीवन कभी एकांगी और एकरस नहीं होता है। उसमें जीवनानुभवो के विविध पक्ष एवं इंद्रधनुषी रंग समाये होते हैं।…

4 years ago

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