राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित होंगे शैलेंद्र कुमार
जनपद के मलासा विकासखंड के उच्च प्राथमिक विद्यालय पुलन्दर में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत शिक्षक शैलेंद्र कुमार को पांच सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों सम्मानित किया जाएगा। उनका चयन राज्य अध्यापक पुरस्कार वर्ष 2022 के लिए हुआ है।
राजेश कटियार , कानपुर देहात। जनपद के मलासा विकासखंड के उच्च प्राथमिक विद्यालय पुलन्दर में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत शिक्षक शैलेंद्र कुमार को पांच सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों सम्मानित किया जाएगा। उनका चयन राज्य अध्यापक पुरस्कार वर्ष 2022 के लिए हुआ है। शिक्षक शैलेन्द्र कुमार सचान मूलरूप से कानपुर नगर ग्राम टिकवांपुर के निवासी हैं जोकि भूषण एवं बीरबल की जन्मभूमि है। इनके पिता यशकायी राधेश्याम सचान भी शिक्षक थे। प्रारंभिक समय में इनके विद्यालय की भौतिक एवं छात्र नामांकन की स्थिति अत्यंत दयनीय थी, यहाँ अध्ययनरत छात्रों का शैक्षणिक एवं बौद्धिक स्तर भी अपेक्षाकृत कम था लेकिन इन्होंने अपने अथक प्रयास एवं साथी शिक्षकों एवं समाज के बुद्धिजीवी लोगों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए विद्यालय के भौतिक परिवेश, छात्र नामांकन एवं पठन पाठन को शीर्ष स्तर पर लाने का कार्य किया। आज इनके विद्यालय के छात्र विभिन्न प्रतियोगिताओं में राज्य स्तर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। शिक्षक शैलेन्द्र कुमार सचान ने गणितीय अवधारणाओं को सहज एवं सरल रुप में प्रस्तुत करने के लिए कई नवाचार किए। प्रेरणा किट गणित, लर्निंग किट गणित का निर्माण एससीईआरटी लखनऊ के निर्देशन में किया।
तदक्रम को जारी रखते हुए निपुण भारत लर्निंग किट एवं मैथ लैब का सृजन एवं निर्माण कर विद्यालय में अपने व्यक्तिगत व्यय से प्रतिस्थापित किया। गणित में नवाचार के लिए इनको 22 दिसम्बर 2022 को हरियाणा में नेशनल मैथमेटिक्स एवार्ड से नवाजा गया। वर्ष 2018-19 में इन्होंने जवाहर लाल नेहरू गणित, विज्ञान एवं पर्यावरण प्रदर्शनी में जैविक खेती पर अपना शोध कार्य प्रस्तुत किया, जिसमें स्टेट गोल्ड मेडल प्राप्त किया। वर्ष 2019-20 में उपरोक्त प्रतियोगिता में रेनवाटर हार्वेस्टिंग पर अपना माडल प्रदेश स्तर पर प्रस्तुत किया जिसका क्रियाशील माडल विद्यालय के सामने स्थित तालाब में संचालित है जिसके माध्यम से गांव पंचायत पुलन्दर का जलस्तर लगातार दो वर्षों से 50 फिट पर स्थित है। इसी तालाब में क्षेत्रफल 10 बीघा पर कमल के पुष्प विकसित होकर जल एंव पर्यावरण का शुद्धिकरण कर रहे हैं। चंदन के वृक्ष पर 2 वर्ष का शोधकार्य पूर्ण होने पर औसत ऊंचाई 12 फिट प्राप्त हुई। विद्यालय के सुन्दरीकरण के लिए शिक्षक ने लगभग एक लाख रुपये अपने व्यक्तिगत व्यय से खर्च किया। वे तम्बाकू निषेध एवं संचारी रोगों से बचाव के लिए जन जागरूक अभियान भी चला रहे हैं।
सूची के अनुसार कानपुर मंडल में छह शिक्षकों को राज्य अध्यापक पुरस्कार 2022 के लिए चुना गया है। इनमें कानपुर देहात से शैलेन्द्र कुमार, कानपुर नगर से पूजा यादव, औरैया से रश्मी, इटावा से संतोष, फर्रुखाबाद से आकांक्षा अग्निहोत्री, कन्नौज से रामशरण शाक्य को चुना गया है।
प्राइमरी एवं अपर प्राइमरी के इन शिक्षकों को शिक्षक दिवस यानि पांच सितम्बर को पुरस्कृत किया जाएगा। पुरस्कार विजेताओं की सूची जारी करते हुए अपर मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य शिक्षक पुरस्कार 2022 के लिए गठित राज्य स्तरीय चयन समिति ने 16 से 21 अगस्त तक लगातार बैठक कर राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए 75 जिलों के 75 शिक्षक एवं शिक्षिकाओं के नामों को अनुमोदन किया है। इसके तहत प्रदेश के प्रत्येक जिले से एक उत्कृष्ट शिक्षक को राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए चुना गया है।