कानपुर देहात: छात्रवृत्ति आवेदन में बायोमेट्रिक सत्यापन अब अनिवार्य नहीं
जिलाधिकारी आलोक सिंह के निर्देशानुसार, जिला समाज कल्याण अधिकारी गीता सिंह ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में पूर्वदशम और दशमोत्तर छात्रवृत्ति के लिए अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और सामान्य वर्ग के छात्र-छात्राओं के आवेदन अब बायोमेट्रिक सत्यापन के बिना ही ऑनलाइन जमा किए जा सकेंगे।

कानपुर देहात: जिलाधिकारी आलोक सिंह के निर्देशानुसार, जिला समाज कल्याण अधिकारी गीता सिंह ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में पूर्वदशम और दशमोत्तर छात्रवृत्ति के लिए अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और सामान्य वर्ग के छात्र-छात्राओं के आवेदन अब बायोमेट्रिक सत्यापन के बिना ही ऑनलाइन जमा किए जा सकेंगे।
इससे पहले, छात्रों को छात्रवृत्ति आवेदन जमा करने के लिए बायोमेट्रिक सत्यापन से गुजरना अनिवार्य था। हालांकि, भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार, अब यह प्रक्रिया अनिवार्य नहीं रहेगी। निदेशालय समाज कल्याण, उत्तर प्रदेश, लखनऊ द्वारा सभी शिक्षण संस्थानों और विश्वविद्यालयों को सूचित किया गया है कि वे छात्रों के आवेदन बिना किसी देरी के ऑनलाइन जमा कर दें।
यह निर्णय छात्रों के लिए एक राहत की खबर है। इससे छात्रों को आवेदन प्रक्रिया में आने वाली परेशानियों से मुक्ति मिलेगी और वे आसानी से छात्रवृत्ति के लिए आवेदन कर सकेंगे।
जिला समाज कल्याण अधिकारी ने सभी शिक्षण संस्थानों से अपील की है कि वे इस संबंध में छात्रों को जानकारी दें और उनके आवेदन जल्द से जल्द ऑनलाइन जमा कर दें।
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