युवा वैज्ञानिक को समाज सेवियों ने किया सम्मानित
शिक्षा की कोई उम्र नहीं होती। युवा नौजवान,यहां तक अब बुजुर्ग भी शिक्षा को अपना हथियार बनाने के लिए आगे आने लगे हैं। यहीं पर एक ऐसा कीर्तिमान देखने को मिला जहां एक युवक ने एक नहीं दो नहीं बल्कि 10 बार उत्तर प्रदेश इलाहाबाद बोर्ड द्वारा हाई स्कूल, और 4 बार इंटरमीडिएट की परीक्षा अलग-अलग विषय से उत्तीर्ण कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
उरई (जालौन)। शिक्षा की कोई उम्र नहीं होती। युवा नौजवान,यहां तक अब बुजुर्ग भी शिक्षा को अपना हथियार बनाने के लिए आगे आने लगे हैं। यहीं पर एक ऐसा कीर्तिमान देखने को मिला जहां एक युवक ने एक नहीं दो नहीं बल्कि 10 बार उत्तर प्रदेश इलाहाबाद बोर्ड द्वारा हाई स्कूल, और 4 बार इंटरमीडिएट की परीक्षा अलग-अलग विषय से उत्तीर्ण कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। अलग-अलग बोर्ड परीक्षा पास करने के पीछे युवा वैज्ञानिक दिनेश कुमार की सोच में हर एक विषय का ज्ञान अर्जन कर उस विषय पर शोध करना है। उनके इसी कार्य को लेकर पूर्व पालिकाध्यक्ष विजय चौधरी के कार्यालय पर उनको मुंबई से आए समाजसेवियों ने सम्मानित किया। मुंबई से आई साइकोलॉजिकल काउंसलर रक्षान हुसैन और गुलाम हुसैन जो मुंबई के एक बड़े सामाजिक कार्यकर्ता एवं कारोबारी और पूर्व पालिकाध्यक्ष की पत्नी शिक्षिका यशोधरा दिनकर ने दिनेश को सम्मानित कर उनका हौसला अफजाई की। यहां तक की दिनेश द्वारा कई अविष्कार भी किए गए हैं। जिसको लेकर दिनेश को युवा वैज्ञानिक भी कहा जाता है। दिनेश ने अपनी शिक्षा जनपद जनपद जालौन से पूर्ण की है। वह उरई के पटेल नगर के निवासी हैं। उन्होंने संस्कृत, कला, रंजन कला, उर्दू, मानव विज्ञान, विज्ञान, संगीत वादन, आदि विषयों में अलग-अलग परीक्षा उत्तीर्ण की है। उनके पिता रिटायर्ड जिला कृषि अधिकारी रहे हैं।और वह विकासखंड डकोर मिनोरा कालपी में पंचायत विभाग में नौकरी भी कर रहे हैं। उनके हौसले की हर जगह तारीफ की जा रही है कि उन्होंने शिक्षा के प्रति उनके लगाओ से लोगों को जागरूकता हासिल होगी।
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दिनेश बना चुके ऑटो डिवाइस हेलमिट
उरई। युवा वैज्ञानिक दिनेश एक ऐसा हेलमेट भी बना चुके हैं जब तक आप हेलमेट नहीं पहनोगे तब तक बाइक स्टार्ट नहीं होगी। जिसका डेमो वो तत्कालीन डीएम मन्नान अख्तर के सामने भी दे चुके हैं जिससे सफर पर दुर्घटनाएं होने से रोकी जा सकेंगी। और वो कई ऐसे अविष्कार कर चुके जो सफाई उपकरण में सहायक व प्लास्टिक की रोकथाम में सहायक हुई।