आधा शैक्षिक सत्र बीतने के बाद भी बिना किताबों के ही पढ़ाई कर रहे बच्चे
बेसिक शिक्षा विभाग मौजूदा शैक्षिक सत्र में परिषदीय विद्यालयों में अभी तक नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकों का शत प्रतिशत वितरण नहीं कर सका है। मौजूदा शैक्षिक सत्र में निशुल्क किताबें वितरित करने के लिए तय समयसीमा बीतने के बाद एक हफ्ते की अतिरिक्त मियाद भी खत्म हो चुकी है।
कानपुर देहात,अमन यात्रा : बेसिक शिक्षा विभाग मौजूदा शैक्षिक सत्र में परिषदीय विद्यालयों में अभी तक नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकों का शत प्रतिशत वितरण नहीं कर सका है। मौजूदा शैक्षिक सत्र में निशुल्क किताबें वितरित करने के लिए तय समयसीमा बीतने के बाद एक हफ्ते की अतिरिक्त मियाद भी खत्म हो चुकी है। नए शैक्षिक सत्र का छठा महीना शुरु हो गया है लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का किताबों को लेकर इंतजार खत्म नहीं हो रहा है सरकारी इंग्लिश मीडियम के स्कूलों में पुरानी हिंदी मीडियम की किताबों से पढ़ाई हो रही है। यह हाल तब है जबकि सरकार पाठ्य पुस्तकों के लिए 350 करोड़ से अधिक बजट देती है। विभाग सीधे तौर पर इन मासूमों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है, इनकी नीव को खोखला कर रहा है।
नाम ना छापने की शर्त पर शिक्षकों ने बताया कि पुरानी पुस्तकों के सहारे जैसे-तैसे बच्चों को पढाई करा रहे हैं अभी तक उनके यहां सभी विषयों की पाठ्य पुस्तकें नहीं पहुंची हैं। प्रत्येक वर्ष यही होता है शैक्षिक सत्र समाप्त होने तक किताबें आती रहती हैं।
गौरतलब है कि घोषित समयसारिणी के अनुसार करीब साढ़े 11 करोड़ किताबों की आपूर्ति जिलों में पांच सितंबर तक होनी थी। अधिकारियों का कहना है कि जल्द आपूर्ति का काम पूरा होगा।