छलका दर्द : चुनाव लड़कर 5 बार मण्डल अध्यक्ष बनने वाले विनोद तिवारी को भाजपा ने भुलाया
भारतीय जनता पार्टी अपने स्थापना दिवस को बड़े धूमधाम से मना रहा है किंतु कानपुर देहात जनपद के पदाधिकारियों ने अपने पांच बार के मण्डल अध्यक्ष विनोद तिवारी को कार्यक्रम की सूचना देना तक मुनासिब नहीं समझा और हताश निराश विनोद जी ने अपने आवास पर ही पार्टी का 44 वां स्थापना दिवस मनाकर अपने को सन्तुष्ट किया।
सुशील त्रिवेदी, कानपुर देहात। भारतीय जनता पार्टी अपने स्थापना दिवस को बड़े धूमधाम से मना रहा है किंतु कानपुर देहात जनपद के पदाधिकारियों ने अपने पांच बार के मण्डल अध्यक्ष विनोद तिवारी को कार्यक्रम की सूचना देना तक मुनासिब नहीं समझा और हताश निराश विनोद जी ने अपने आवास पर ही पार्टी का 44 वां स्थापना दिवस मनाकर अपने को सन्तुष्ट किया।
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उल्लेखनीय है कि विनोद तिवारी आज भी निवर्तमान मण्डल अध्यक्ष हैं क्योंकि उनके बाद पार्टी में मण्डल अध्यक्ष को लेकर चुनाव के स्थान पर नामित करने की व्यवस्था लागू हो गई। बताते चलें कि विनोद जी उस समय मंडल अध्यक्ष चुनकर आए थे जब भाजपा में कार्यकर्ताओं का टोटा हुआ करता था और तब 1991 में क्षेत्र में अपनी छवि और लोकप्रियता के बल पर चुनाव जीतकर मण्डल अध्यक्ष बनें इतना ही नहीं तो लगातार 5 बार अध्यक्ष पद हासिल किया।
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उनके कार्यकाल में पंडित श्याम बिहारी मिश्रा लगातार 4 बार सांसद बने ,एक बार मथुरा प्रसाद पाल विधायक तथा देवेंद्र सिंह भोले पहली बार अकबरपुर से सांसद चने गये। इस अवसर पर उन्होंने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि अब तो उन्हें किसी भी कार्यक्रम की सूचना तक नहीं दी जाती है किन्तु उनके तनमन में पार्टी बसी हुई है इसीलिए उन्होंने घर पर ही न केवल स्थापना दिवस मनाया बल्कि अपने नेता प्रधानमंत्री मोदी जी को भी सुना। श्री तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि श्री राम मंदिर आंदोलन के दौरान वे फतेहगढ स्थित केंद्रीय कारागार में अपने 50 साथियों के साथ निरुद्ध रहे तथा भगवान राम के जन्म स्थान अयोध्या में जब ढांचा ढहाया जा रहा था तब भी वह उपस्थित थे।