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अधिशाषी अधिकारी रूरा का बैठक में अनुपस्थिति के दृष्टिगत रोका गया वेतन

जिलाधिकारी अलोक सिंह की अध्यक्षता में अवशेष निराश्रित गौवंश संरक्षण /भरण पोषण व विस्तारीकरण के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक मॉ मुक्तेश्वरी देवी सभागार कक्ष कलेक्ट्रेट में आयोजित हुई।

Story Highlights
  • अवशेष निराश्रित गौवंश संरक्षण/भरण पोषण व विस्तारीकरण की जिलाधिकारी ने की समीक्षा, दिये सख्त निर्देश।
  • खण्ड विकास अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमणशील रहकर निराश्रित गौवंशों का सही आंकलन व संरक्षण करें सुनिश्चितः जिलाधिकारी

कानपुर देहात। जिलाधिकारी अलोक सिंह की अध्यक्षता में अवशेष निराश्रित गौवंश संरक्षण /भरण पोषण व विस्तारीकरण के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक मॉ मुक्तेश्वरी देवी सभागार कक्ष कलेक्ट्रेट में आयोजित हुई। बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा बताया गया कि जनपद में ग्रामीण गौ आश्रय स्थलों में 8172 एवं शहरीय गौ आश्रय स्थलों में 2552 गौवंश संरक्षित है, अभी तक मृत गौवंशों की संख्या 1969 है तथा कुल 1336 गौवंश इच्छुक ग्रामीणों को सुपुर्द किये गये है, जिसके पश्चात अब तक कुल संरक्षित किये गये गौवंशों की संख्या 14029 है।

उन्होंने निराक्षित गौवंश संरक्षण अभियान के अन्तर्गत गौवंश संरक्षण की प्रगति की समीक्षा की, जिसमें सभी खण्ड विकास अधिकारियों द्वारा बताया गया कि विकास खण्ड स्तर पर निराश्रित गौवंश संरक्षण के कुल प्राप्त लक्ष्य 2800 के सापेक्ष 2898 गौवंशों को संरक्षित किया गया एवं नगरीय निकाय स्तर पर निराश्रित गौवंश संरक्षण के कुल प्राप्त लक्ष्य 1200 के सापेक्ष 1221 गौवंशों को संरक्षित किया गया है, जिनकी शत प्रतिशत ईयर टैकिंग सुनिश्चित की गयी है।

जिलाधिकारी ने विशेष गौसंरक्षण अभियान में कुल 17 नवनिर्माणाधीन एवं कुल 39 विस्तारीकृत अस्थाई गौ आश्रय स्थलों के लक्ष्य के सापेक्ष समीक्षा की, जिसमें बताया गया कि अभी तक मात्र 20 अस्थाई गौ आश्रय स्थलों का विस्तारीकृत किया गया है, जिस पर जिलाधिकारी ने कड़ी फटकार लगाते हुए खण्ड विकास अधिकारी मलासा, डेरापुर, झींझक, अमरौधा एवं राजपुर को कार्य की गति में तेजी लाये जाने तथा अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमणशील रहकर गौवंशों का सही आकलन कर उन्हें संरक्षित करने के निर्देश दिये।

उन्होंने समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को पांच से छः दिनों में गौ आश्रय स्थलों का विस्तारीकरण पूर्ण कराते हुए शत प्रतिशत गौवंशों को संरक्षित किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को नवनिर्माणाधीन वृहद गौशाला का भ्रमण कराये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने खण्ड विकास अधिकारी एवं अधिशाषी अधिकारी अकबरपुर को नेरोलैक पेन्ट के सामने हाईवे पर तथा अकबरपुर थाने के सम्मुख हाईवे पर बार-बार आने वाले अन्ना पशुओं को तत्काल संरक्षित कराये जाने के निर्देश दिये।

उन्होंने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को अनियंत्रित पशुओं हेतु ट्रैंक्लिलाइज़र की उपलब्धता सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने विकास खण्ड अमरौधा में प्राप्त शिकायत के आधार पर यमुना नदी के माध्यम से गांव में झुण्ड में आने वाले गौवंशों को तत्काल संरक्षित किये जाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने अधिशाषी अधिकारी रूरा के अनुपस्थिति के दृष्टिगत उनका वेतन रोके जाने के निर्देश दिये। उन्होंने अस्थाई रूप से स्थापित की जाने वाली गौशालाओं के स्थान पर बोर्ड आवश्यक रूप से स्थापित किये जाने तथा गौशाला में लिखित रूप में संरक्षक के रूप में कार्मिक को नामित किये जाने के निर्देश दिये।

उन्होंने भूसा, हरा चारा, चूनी, चोकर, पानी आदि की शत प्रतिशत उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को आगामी बरसात से पूर्व नालियों में प्रवाहित होने वाले गन्दे पानी की सफाई हेतु अभी से नदी किनारे स्थित सभी ग्रामों की नालियों को एक गढ्ढे से जोड़े जाने की रूपरेखा तैयार कर प्रस्तुत किये जाने के भी निर्देश दिये, जिससे गन्दे पानी को नदी में जाने से रोका जा सके।

इस मौके पर अपर जिलाधिकारी न्यायिक अमित राठौर, जिला विकास अधिकारी गोरखनाथ भट्ट, परियोजना निदेशक वीरेन्द्र सिंह सहित समस्त खण्ड विकास अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी नगर निकाय, पशु चिकित्साधिकारी आदि उपस्थित रहे।

AMAN YATRA
Author: AMAN YATRA

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